DA Hike: केंद्रीय कर्मचारियों के लिए होली का त्योहार इस बार विशेष रूप से खुशियों भरा होने वाला है। सरकार द्वारा महंगाई भत्ते (DA) में 3 प्रतिशत की बढ़ोतरी की जाने की संभावना है, जिससे देश के 1 करोड़ 15 लाख से अधिक केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को सीधा लाभ मिलेगा। पहले जहां 2 प्रतिशत की बढ़ोतरी का अनुमान लगाया जा रहा था, वहीं अब नवीनतम आंकड़ों के अनुसार 3 प्रतिशत की वृद्धि होने की पुष्टि हो रही है। इस बढ़ोतरी से वर्तमान महंगाई भत्ता 53 प्रतिशत से बढ़कर 56 प्रतिशत हो जाएगा, जिससे कर्मचारियों की सैलरी में उल्लेखनीय वृद्धि होगी।
बुधवार को हो सकता है महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी का ऐलान
केंद्र सरकार प्रत्येक वर्ष दो बार महंगाई भत्ते में संशोधन करती है। होली से पहले, 12 मार्च 2025 को, बुधवार को होने वाली केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में डीए बढ़ाने का फैसला लिया जा सकता है। आम तौर पर, सरकार होली से पहले ही महंगाई भत्ते का ऐलान करती है और इस बार भी यह परंपरा जारी रहने की संभावना है। यह वृद्धि 1 जनवरी 2025 से प्रभावी होगी, जिससे कर्मचारियों को जनवरी से मार्च तक के बकाया राशि का भी लाभ मिलेगा।
महंगाई भत्ता निर्धारण की प्रक्रिया
महंगाई भत्ते की बढ़ोतरी का निर्धारण ऑल इंडिया कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (AICPI) के आंकड़ों के आधार पर किया जाता है। केंद्र सरकार हर छह महीने में एक बार इसकी समीक्षा करती है और महंगाई दर के अनुसार भत्ते को समायोजित करती है। इस बार की बढ़ोतरी जुलाई से दिसंबर 2024 तक के आंकड़ों पर आधारित होगी।
महंगाई भत्ते में वार्षिक दो बार संशोधन होता है – पहला 1 जनवरी से और दूसरा 1 जुलाई से। जनवरी का संशोधन आमतौर पर मार्च में होली से पहले घोषित किया जाता है, जबकि जुलाई का संशोधन अक्टूबर में दिवाली से पहले घोषित होता है। भले ही ऐलान की तारीख अलग-अलग हो सकती है, लेकिन बढ़ा हुआ भत्ता क्रमशः जनवरी और जुलाई से ही लागू माना जाता है।
3 प्रतिशत बढ़ोतरी के पीछे का तार्किक आधार
विशेषज्ञों के अनुसार, महंगाई भत्ते में 3 प्रतिशत की बढ़ोतरी के पीछे एक वैज्ञानिक आधार है। जुलाई से दिसंबर 2024 तक के AICPI के आंकड़ों के अनुसार, महंगाई दर 55.99 प्रतिशत बनती है। सरकारी नियमों के अनुसार, अगर दशमलव के बाद का अंक 0.50 से अधिक होता है, तो उसे अगले पूर्ण अंक के रूप में माना जाता है। इस प्रकार, 55.99 प्रतिशत को 56 प्रतिशत माना जाएगा।
वर्तमान में केंद्रीय कर्मचारियों को 53 प्रतिशत महंगाई भत्ता मिल रहा है। जब यह 56 प्रतिशत हो जाएगा, तो इसमें 3 प्रतिशत की वृद्धि होगी। यही कारण है कि विशेषज्ञ इस बार 3 प्रतिशत की बढ़ोतरी का अनुमान लगा रहे हैं, जबकि कुछ मीडिया रिपोर्ट्स अभी भी 2 प्रतिशत की बढ़ोतरी की बात कर रही हैं।
सैलरी में कितना होगा इजाफा?
महंगाई भत्ते में 3 प्रतिशत की बढ़ोतरी से केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी में प्रत्यक्ष रूप से वृद्धि होगी। उदाहरण के लिए, अगर किसी कर्मचारी की बेसिक सैलरी 18,000 रुपये है, तो उसकी मासिक आय में 540 रुपये की वृद्धि होगी।
वर्तमान में 53 प्रतिशत डीए पर, एक 18,000 रुपये बेसिक वेतन वाले कर्मचारी को 9,540 रुपये का महंगाई भत्ता मिलता है। 56 प्रतिशत होने पर यह राशि बढ़कर 10,080 रुपये हो जाएगी, जिसका मतलब है कि प्रति माह 540 रुपये की बढ़ोतरी होगी। यह वृद्धि कर्मचारियों के वेतन में उल्लेखनीय अंतर लाएगी और उन्हें बढ़ती महंगाई से निपटने में मदद करेगी।
किसे मिलेगा फायदा?
महंगाई भत्ते में इस बढ़ोतरी का लाभ देश के लगभग 1 करोड़ 15 लाख केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को मिलेगा। इसमें विभिन्न केंद्रीय सरकारी विभागों, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों और स्वायत्त संस्थाओं के कर्मचारी शामिल हैं। पेंशनभोगियों को भी इस बढ़ोतरी का सीधा लाभ मिलेगा, क्योंकि महंगाई राहत (DR) भी इसी अनुपात में बढ़ाई जाती है।
यह बढ़ोतरी विशेष रूप से उन कर्मचारियों के लिए महत्वपूर्ण है, जिनकी आय कम है। बढ़ती महंगाई के दौर में, यह वृद्धि उन्हें थोड़ी राहत प्रदान करेगी और उनकी क्रय शक्ति को बनाए रखने में मदद करेगी। इसके अलावा, यह वृद्धि बाजार में खर्च को भी बढ़ावा देगी, जिससे अर्थव्यवस्था को गति मिलने की उम्मीद है।
कैबिनेट की बैठक में होगा अंतिम फैसला
अंतिम निर्णय 12 मार्च 2025 को होने वाली केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में लिया जाएगा। इस बैठक में महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी के प्रस्ताव पर चर्चा होगी और संभवतः इसे मंजूरी दी जाएगी। एक बार जब प्रस्ताव को मंजूरी मिल जाएगी, तो वित्त मंत्रालय इसके कार्यान्वयन के लिए आवश्यक आदेश जारी करेगा।
कर्मचारियों को इस बढ़ोतरी का लाभ अप्रैल के वेतन में मिलेगा, जिसमें जनवरी से मार्च तक के बकाया राशि भी शामिल होगी। इससे पहले, अक्टूबर 2024 में, सरकार ने महंगाई भत्ते में 4 प्रतिशत की बढ़ोतरी की थी, जिससे यह 49 प्रतिशत से बढ़कर 53 प्रतिशत हो गया था।
इस प्रकार, होली के त्योहार से पहले केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को यह बढ़ोतरी एक बड़ी राहत के रूप में मिलेगी। महंगाई भत्ते में 3 प्रतिशत की वृद्धि से न केवल उनकी वर्तमान आर्थिक स्थिति में सुधार होगा, बल्कि यह बढ़ती महंगाई के दौर में उनकी क्रय शक्ति को बनाए रखने में भी मदद करेगी।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह बढ़ोतरी बाजार में मांग को बढ़ावा देगी और अर्थव्यवस्था के विकास में सकारात्मक योगदान देगी। होली के त्योहार पर यह घोषणा कर्मचारियों के लिए एक अतिरिक्त खुशी का कारण बनेगी और उन्हें त्योहार को और अधिक उत्साह के साथ मनाने का अवसर प्रदान करेगी।
यह आर्टिकल केवल सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है। किसी भी निर्णय से पहले आधिकारिक स्रोतों से जानकारी की पुष्टि करें।